मदरबोर्ड क्या है | और इसके प्रकार कौन-कौन से हैं।

आज इस आर्टिकल में हम ,मदरबोर्ड क्या है। मदरबोर्ड के प्रकार कौन-कौन से हैं, और मदर बोर्ड की अन्य जानकारी जो इस आर्टिकल में दी गई है ।

कंप्यूटर का उपयोग करने वाले सभी लोगों को मदर बोर्ड के बारे में जानना आवश्यक है। हम पिछले 25 सालों की बात करें तो मदर बोर्ड में काफी ज्यादा परिवर्तन आया है। पहले मदर बोर्ड में IBM PC का इस्तेमाल किया गया था। इसमें केवल एक ही processor होता था। उस समय की मदर बोर्ड में उपयोगकर्ता को memory लगाकर कार्य करना पड़ता था। अब आधुनिक समय के मदरबोर्ड में अनेकों पार्ट जुड़ गए हैं। जिससे इसमें नए नए फीचर्स आ चुके हैं। जो कंप्यूटर की क्षमता को काफी ज्यादा बढ़ा देते है।

मदर बोर्ड क्या है।

मदरबोर्ड कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण डिवाइस होता है। जिसके द्वारा कंप्यूटर के सभी उपकरण कंप्यूटर से जुड़े रहते हैं और आपस में कम्युनिकेट करते हैं। मदर बोर्ड ही कंप्यूटर का आधार होता है मदरबोर्ड कंप्यूटर के सभी part को power supply करता है जिससे कि वह सुचारू रूप से काम कर सके। मदरबोर्ड को कंप्यूटर का hub भी कहा जाता है। क्योंकि जितने भी डिवाइस को कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाता है वे सभी मदरबोर्ड से कनेक्ट रहते हैं। मदरबोर्ड में अलग-अलग कंप्यूटर उपकरणों को कनेक्ट करने के लिए अलग-अलग port या slot बने होते है। मदरबोर्ड एक मजबूत प्लास्टिक का बना होता है। जोकि विद्युत का कुचालक होता है। प्लास्टिक की इस सीट में कॉपर और एलुमिनियम की पतली परत प्रिंट रहती हैं।

 मदरबोर्ड का इतिहास

आज के समय में जिन मदरबोर्ड के इस्तेमाल होते हैं वह बहुत ही एडवांस है लेकिन पहले के समय में जो मदरबोर्ड होते थे वह इतने विकसित नहीं थे यह मदरबोर्ड कुछ विशेष कामों को ही कर सकते थे।

पहला मदरबोर्ड planer breadboard था जिसे 1981 में, IBM कंपनी के द्वारा बनाया गया था इसे कंप्यूटर सिस्टम में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया था यह मदर बोर्ड इतना एडवांस नहीं था 1984 में IBM ने नई टेक्नोलॉजी के साथ advance motherboard का निर्माण किया यह मदर बोर्ड सभी प्रकार के desktop के लिए उचित था।

1986 में ताइवान के Pei Chang के द्वारा बनाया गया मदर बोर्ड gigabyte अस्तित्व में आया 1989 में ताइवान में Pegasus नाम की कंपनी बनी जो की ACER के एप्लीकेशन के द्वारा बनाई गई थी। आगे चलकर यह मदर बोर्ड बनाने वाली कंपनी बनी। धीरे-धीरे अन्य कंपनियां भी अस्तित्व में आने लगी जो मदरबोर्ड manufacture करने लगी जैसे Intel Asus tek आदि। आज के समय में मार्केट में अपनी क्षमता बनावट और आकार के आधार अनेक मदर बोर्ड उपलब्ध है।

मदर बोर्ड के प्रकार (type of motherboard)

कंप्यूटर के विकास के साथ ही मदरबोर्ड के क्षमता और आकार में बदलाव आए हैं मदरबोर्ड की हमारे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सिस्टम के हिसाब से अलग-अलग होती हैं आमतौर पर मदरबोर्ड को तीन प्रकार में बांटा गया है।

  1. Desktop motherboard
  2. Servar motherboard
  3. Laptops motherboard

Desktop motherboard— इस मदरबोर्ड को घर और ऑफिस में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इस ओरमदरबोर्ड का इस्तेमाल ज्यादातर घर और ऑफिस के कामों में किया जाता है।

उदाहरण के तौर पर पिक्चर देखना, गाने सुनना, गेम खेलना। इस टाइप के मदरबोर्ड को बेसिक मदरबोर्ड भी कहा जाता है। इन मदरबोर्ड पर हम अधिक दबाव वाले काम नहीं कर सकते।

Server motherboard— server motherboard ,desktop से तेज और गतिशील होता है। क्योंकि इसमें हाई क्वालिटी फीचर्स और सुविधाएं होती हैं। यह खास तौर पर कुछ खास कामों के लिए बनाए जाते हैं। जैसे कि हम 24 घंटे काम करते हैं तो हमें इस मदरबोर्ड का ही इस्तेमाल करना चाहिए ‌। क्योंकि यह मदरबोर्ड ज्यादा वर्क लोड को कंट्रोल कर सकता है।

Laptops motherboard— इस मदरबोर्ड का इस्तेमाल लैपटॉप के हिस्सों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए किया जाता है। और मदरबोर्ड के विभिन्न प्रकारों में सबसे सरल लैपटॉप मदरबोर्ड होता है।

मदर बोर्ड के कुछ प्रमुख कार्य

  • Central backbone— अक्सर मदरबोर्ड को कंप्यूटर की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है वह इसलिए क्योंकि कंप्यूटर के दूसरे आवश्यक घटक जैसे-रेम, हार्ड डिस्क, सीपीयू इत्यादि सभी को मदरबोर्ड में इनस्टॉल किया जाता है। अर्थात मदरबोर्ड सभी कंप्यूटर हार्डवेयर के लिए जमीन का काम करती है।
  • External peripherals के लिए slot प्रदान करना— बाहरी उपकरणों को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए मदरबोर्ड मैं कई expansion slots लगे होते हैं इन स्लॉट्स की मदद से हम कंप्यूटर में extra expension card (नेटवर्क कार्ड, साउंड कार्ड, फायर वायर कार्ड, इथरनेट कार्ड, लेन कार्ड इत्यादि) जोड़ सकते हैं।
  • कंप्यूटर में power supply का कार्य—कंप्यूटर के विभिन्न घटकों के लिए बिजली की आपूर्ति का काम भी मदरबोर्ड का होता है सबसे पहले power connector की मदद से बिजली मदरबोर्ड तक पहुंचती है। उसके बाद मदरबोर्ड से जुड़े virus components को power supply की जाती है।
  • Data flow को नियंत्रित करना—मदर बोर्ड से जुड़े सभी components के लिए संचार केंद्र(communication hub) के रूप में कार्य करता है यह computer system के भीतर सूचना यातायात के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है आसान भाषा में सभी उपकरण motherboard की मदद से आपस में data को receive और send कर पाते हैं।
  • BIOS–यह BIOS program को भी hold करता है जो मदर बोर्ड पर ROM chip मैं स्थित होता है। यह प्रोग्राम कंप्यूटर सिस्टम की boot process के लिए आवश्यक है।

मदरबोर्ड के पोर्ट्स

  1. Serial ports—serial ports का उपयोग अतिरिक्त मॉडेम और पुराने माउसो को जोड़ने के लिए किया जाता है। यह ports 9 pin और 25 pin इंडो मॉडल में आते हैं।
  2. Parallel ports— इन ports मैं scanner and printer को कनेक्ट किया जाता है यह ports 25 pin मैं होते हैं इन्हें printer ports भी कहा जाता है।
  3. PS/2 ports—इन पोर्ट्स का आकार गोल होता है इनके द्वारा माउस और कीबोर्ड को जोड़ा जाता है आजकल इंपोर्ट्स का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है
  4. USB ports— इस ports स्थित से तो हम भलीभांति परिचित हैं। USB का पूरा नाम universal serial bus होता है। USB ports के द्वारा सभी प्रकार के USB devices जैसे माउस ,कीबोर्ड, प्रिंटर हार्ड डिस्क आदि को कनेक्ट किया जा सकता है।
  5.  VGA ports—computer monitor को जोड़ने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इसकी बनावट serial ports की तरह ही होती है।
  6. Power connector—मदरबोर्ड को पावर से जोड़ने के लिए power connector का इस्तेमाल किया जाता है। पावर सीधे मदरबोर्ड में नहीं जाती है। यह पहले SMPS मैं जाती है इसके बाद मदर बोर्ड में पहुंचती है।
  7. Modem port—computer को इंटरनेट केबल से जोड़ने के लिए modem port का उपयोग किया जाता है इसकी बनावट कुछ कुछ USB ports की तरह ही होती है।
  8. External ports—एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने के लिए इन पोर्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें network cable को जोड़ा जाता है।
  9. Game port—game consoles और joystics को जोड़ने के लिए गेम पोर्ट्स का उपयोग किया जाता है। मगर आजकल इनकी जगह यूएसबी पोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है।
  10. DVI ports—DVI का पूरा नाम digital video interface होता है इस पोर्ट्स का उपयोग flat panel monitor यानी LCD, LED को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है।
  11. Sockets—speakers और microphones को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए sockets का इस्तेमाल किया जाता है यह गोल और छोटे होते हैं।
  12. LAN ports—यह networking function को सपोर्ट करता है।
  13. Mouse ports—PS/2 mouse को जोड़ता है।
  14. Parallel port—प्रिंटर जैसे parallel device को जोड़ता है।

मदर बोर्ड के कार्य

  1. कंप्यूटर मदरबोर्ड के सहायक उपकरणों को जोड़ने के लिए जगह उपलब्ध कराता है इसलिए इसे कंप्यूटर का backbone भी कहा जाता है।
  2. यह connected device को power supply पहुंचाता है और उन्हें manage भी करता है।
  3. एक उपकरण को दूसरे उपकरण के साथ बातचीत यानी communication करवाता है।
  4. Computer की BIOS setting और सूचना को सुरक्षित रखता है ताकि कंप्यूटर आसानी से चालू हो सके।

मदर बोर्ड की विशेषताएं

एक कंप्यूटर में मदर बोर्ड की महत्वता किसी भी दूसरे computer hardware से कहीं अधिक है हालांकि कंप्यूटर के बेहतर कार्य करने के लिए प्रत्येक घटक महत्वपूर्ण है। चलिए आज हम इस आर्टिकल में बताते हैं कि मदरबोर्ड की कौन सी विशेषताएं इसे कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण अंग बनाती है। जैसा कि मदरबोर्ड एक circuit board है जिसके ऊपर सभी महत्वपूर्ण internal computer hardware जैसे सीपीयू इत्यादि लगे होते हैं एक मदर बोर्ड ना सिर्फ उन components के बैठने के लिए जगह प्रदान करता है। बल्कि उनका सीपीयू के साथ communication भी कराता है। जिससे वे data को आपस में share कर पाते हैं।

इसके साथ ही मदर बोर्ड में कई  slot लगे होते हैं जो external device जैसे माउस को कंप्यूटर जोड़ने का काम करते हैं जिससे हम कंप्यूटर को इनपुट देते हैं और आउटपुट भी प्रदान करते हैं। मदर बोर्ड से जुड़े सभी कंप्यूटर घटकों के लिए जरूरी power supply का काम भी करती है अर्थात कंप्यूटर को चालू करने से लेकर operate करने तक सभी कार्यों मैं मदरबोर्ड की उपयोगिता को बिल्कुल नकारा नहीं जा सकता यदि हम CPU को कंप्यूटर का brain मानते है तो मदर बोर्ड उसका nervous system है।

FAQ—मदर बोर्ड से जुड़े हुए सवाल

मदर बोर्ड का जनक कौन है?

मदर बोर्ड का जनक IBM के इंजीनियर पैटी मैकहग को कहा जाता है।

मदरबोर्ड कैसे खराब होता है?

मदरबोर्ड कई कारणों से खराब हो सकते हैं हालांकि कुछ सामान्य मुद्दे हैं। मदर बोर्ड की विफलता के सबसे आम कारणों में बिजली के झटके, शारीरिक क्षति या अधिक गर्मी है।

निष्कर्ष (conclusion)

मुझे आशा है कि इस आर्टिकल में मैंने मदर बोर्ड के बारे में पूरी जानकारी दी है जिसमें मदर बोर्ड क्या है मदर बोर्ड के उपयोग ,मदर बोर्ड के प्रकार, मदर बोर्ड और मदर बोर्ड से जुड़े हुए सवाल और उनके जवाब के बारे में जानकारी दी है। इस आर्टिकल को पढ़कर आपको मदरबोर्ड के बारे में जानकारी मिली होगी। आशा करती हूं कि इस आर्टिकल को पढ़कर कंप्यूटर के component बारे में भी जानकारी होगी और उनके पोर्ट्स के बारे में भी पता चला होगा।

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